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std 6 hindi chapter 1. dayalu shikari (chitrapath) saransh
✦ સારાંશ ✦
इस चित्रपाठ में हिरन का शिकार करने के लिए शिकारी जंगल में गया। हिरनी ने एक छोटे शावक को जन्म दिया है । उसी समय वह शिकारी की गोली का निशाना बन जाती है । शिकारी हिरनी के पास आता है - देखता है कि गोली टाँग में लगी थी । वह पछताता है । वह हिरनी और उसके बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाता है, बाद में जंगल में उसी जगह छोड़ आता है । इस चित्रपाठ में पशुओं के प्रति मानव का कैसा व्यवहार होना चाहिए और संसार में सभी को जीने का अधिकार है, यह बात बताई गई है ।
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✦ अभ्यास ✦
1. चित्र का अवलोकन करके प्रश्नों के उत्तर दीजिए :जवाब - 1 : इस चित्र पाठ में एक हिरनी की बात है ।
(2) आपने किन-किन पशुओं को देखा है ?
जवाब - 2 : मैंने गाय, भैंस, बकरी, कुत्ता, बिल्ली, घोड़ा, गधा, ऊंट और हाथी जैसे पशुओं को देखा है ।
(3) जंगल में कौन-कौन से जानवर देखने को मिलते हैं ?
जवाब - 3 : जंगल में शेर,चीता, भालू, लोमड़ी, बाघ, हाथी, हिरण, खरगोश, बंदर, सियार आदि जानवर देखने को मिलते हैं ।
(4) चित्रपाठ के आधार पर शब्दों की सूची बनाइए।
जवाब - 4 : शिकारी, दयालु, हिरनी, जंगल, बंदूक, निशाना, गोली, टांग, शावक, अस्पताल ।
(5) चित्रपाठ के आधार पर चुने गए शब्दों को लेकर वाक्य बनाइए ।
जवाब - 5 :
(1) शिकारी - एक शिकारी को बहुत भूख लगी ।
(2) दयालु - शिकारी एक दयालु व्यक्ति था ।
(3) हिरनी - हिरनी जंगल में चर रही थी ।
(4) जंगल - उसी समय जंगल में एक शिकारी आया ।
(5) बंदूक - शिकारी के पास बंदूक थी ।
(6) निशाना - उसने हिरनी को निशाना बनाया ।
(7) गोली - गोली हिरनी को लगी ।
(8) टांग - गोली हिरनी के टांग में लगी ।
(9) शावक - शावक अपनी माँ के पास बैठा था ।
(10) अस्पताल - शिकारी हिरणी को अस्पताल ले गया ।
2. चित्रों के आधार पर निम्नलिखित जैसे प्रश्न पूछकर 'दयालु शिकारी ' कहानी बनाइए :
(1) पहले चित्र में हिरनी क्या कर रही है ?
जवाब - 1 : पहले चित्र में हिरनी दौड़ रही है ।
(2) हिरनी जंगल में क्या-क्या खाती होगी ?
जवाब - 2 : हिरनी जंगल में घास और पेड़-पौधों के पत्ते खाती होगी ।
(3) हिरनी देखने में कैसी है ?
जवाब - 3 : हिरनी देखने में तंदुरुस्त थी ।
(4) शिकारी हिरनी का शिकार क्यों करना चाहता था ?
जवाब - 4 : शिकारी मांस के लिए हिरनी का शिकार करना चाहता था ।
(5) गोली मारने के बाद शिकारी ने क्या किया ?
जवाब - 5 : गोली मारने के बाद शिकारी हिरनी के समीप गया ।
(6) हिरनी के समीप जाकर शिकारी ने क्या देखा ?
जवाब - 6 : हिरनी के समीप जाकर शिकारी ने देखा कि उसकी टाँग में गोली लगी है और शावक हिरनी के पास बैठा है ।
(7) शिकारी हिरनी को कहाँ ले गया ? क्यों ?
जवाब - 7 : शिकारी हिरनी को पशुओं के अस्पताल में ले गया, क्योंकि वह उसका इलाज कराना चाहता था ।
(8) शिकारी ने हिरनी के साथ कैसा व्यवहार किया ? क्यों ?
जवाब - 8 : शिकारी ने हिरनी के साथ दयापूर्ण व्यवहार किया, क्योंकि उसकी दशा देखकर शिकारी को दुःख हुआ था ।
3. वर्ण के आधार पर अधिक से अधिक शब्द बनाइए :
उदाहरण : ख : खरगोश, खत्म, खाली, खाना....
(ट, ड, म, भ)
जवाब - 3 :
ट - टावर, टपाल, टिकिया, टुकड़ी, टिकाऊ
ड - डमरू, डायरी, डकैत, डाकिया, डुबकी
म - मंगल, मालिक, मदद, मुक्ति, मरीज
भ - भारत, भाग्य, भविष्य, भोजन, भरोसा
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✦ स्वाध्याय ✦
1. शिकारी हिरनी के पास क्यों गया ? अपने विचार लिखिए :जवाब - 1 : शिकारी ने हिरनी पर गोली चलाई थी । वह यह जानना चाहता था कि उसकी गोली हिरनी को कहां लगी और वह जीवित है या नहीं । यह जानने के लिए ही शिकारी हिरनी के पास गया ।
2. नीचे दो प्रसिद्ध कहानियों के चित्र दिए गए हैं, उनके नाम लिखकर कहानी लिखिए :
जवाब - 2 :
एक बार की बात है, एक तालाब में एक कछुआ रहता था। वह बहुत बातूनी था । उसी तलाब में दो हंस तैरने के लिए उतरते थे । कछुए और उनमें दोस्ती हो गई । दिन गुजरते गए। एक बार बडे जोर का सूखा पड़ा । बरसात के मौसम में भी एक बूंद पानी नहीं बरसा। उस तालाब का पानी सूखने लगा । कछुआ बडे संकट में पड़ गया । हंसोने कछुए के साथ दूसरे तालाब पर जाने का निश्चय किया। हंसो ने अक्ल लडाई और एक तरीका सोच निकाला । वे एक लकडी उठाकर लाए और बोले 'मित्र, हम दोनों अपनी चोंच में इस लकड़ी के सिरे पकड़कर एक साथ उडेंगे । तुम इस लकड़ी को बीच में से मुंह से थामे रहना । इस प्रकार हम दूसरे तालाब तक तुम्हें पहुंचा देंगे उसके बाद तुम्हें कोई चिन्ता नहीं रहेगी ।' उन्होंने चेतावनी दी 'पर याद रखना, उड़ान के दौरान अपना मुंह न खोलना । वरना गिर पड़ोगे ।’
कछुए ने हामी में सिर हिलाया। बस, लकड़ी पकड़ कर हंस उड़ चले । उनके बीच में लकड़ी मुंह में दाबे कछुआ । वे एक कस्बे के ऊपर से उड़ रहे थे कि नीचे खड़े लोगों ने आकाश में अदभुत नजारा देखा । सब एक दूसरे को ऊपर आकाश का दॄश्य दिखाने लगे । खूब शोर मचा। कछुए की नजर नीचे उन लोगों पर पड़ी । उसे आश्चर्य हुआ कि उन्हें इतने लोग देख रहे हैं । लोगों को देखकर कछुए से चुप न रहा गया । उसने बोलने के लिए अपना मुँह खोला। मुंह के खुलते ही वह नीचे गिर पड़ा । नीचे उसकी हड्डी-पसली का भी पता नहीं लगा ।
एक बार की बात है, गर्मियों की चिलचिलाती दोपहर में एक प्यासा कौवा पानी की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था, तभी उसकी नजर एक घड़े पर पड़ी । वो तुरंत हिम्मत जुटाकर उस घड़े तक पहुंचा, लेकिन उसकी खुशी बस कुछ समय के लिए ही थी, क्योंकि उस घड़े में पानी तो था, लेकिन इतना नहीं था कि कौवे की चोंच उस पानी तक पहुंच सके । कौवे ने हर तरह से पानी पीने की कोशिश की, लेकिन वह पानी पीने में सफल नहीं हो पाया । अब कौवा पहले से भी ज्यादा दुखी हो गया था, क्योंकि उसके पास पानी होते हुए भी वह प्यासा था । कुछ देर घड़े को देखते-देखते कौवे की नजर घड़े के आसपास पड़े कंकड़ों पर पड़ी और कंकड़ों को देखते ही उसके मन में एक योजना आई । उसने सोचा कि थोड़ी मेहनत करके अगर वह एक-एक करके सारे कंकड़ घड़े में डाल दे, तो पानी ऊपर आ जाएगा और वो आसानी से पानी पी सकेगा । उसने एक-एक कर आसपास पड़े कंकड़ों को घड़े में डालना शुरू कर दिया । वह कंकड़ों को तब तक घड़े में डालता रहा, जब तक पानी ऊपर उसकी चोंच तक नहीं आ गया । फिर काफी मेहनत के बाद जब पानी ऊपर आ गया, तो कौवे ने जी भरकर पानी पिया और अपनी प्यास बुझाई । इसके बाद वह उड़कर अपने घर की ओर चला गया ।
3. 'कौआ और लोमड़ी ' कहानी बनाकर लिखिए :जवाब - 3 : एक बार एक कौए को रोटी मिली । रोटी लेकर वह एक पेड़ की डाल पर बैठ गया । एक लोमड़ी उधर से गुजर रहा था । वह बहुत भूखा था। कौए के मुंह में रोटी देखकर उसके मुंह में पानी आ गया । वह कौए से रोटी प्राप्त करने की युक्ति सोचने लगा । उसे अचानक एक उपाय सूझा और तभी उसने कौए को कहा, ”कौआ भैया! तुम बहुत ही सुन्दर हो । मैंने तुम्हारी बहुत प्रशंसा सुनी है, सुना है तुम गीत बहुत अच्छे गाते हो । क्या मुझे गीत नहीं सुनाओगे ? कौआ लोमड़ी की चाल समझ गया। उसे पता चला कि यह लोमड़ी रोटी पाने के लिए ऐसी मीठी-मीठी बातें कर रहा है। कौए ने रोटी को अपने पैरों में पकड़ लिया और गाना शुरू कर दिया । यह देखकर लोमड़ी हैरान रह गई । वह समझ गया कि कौए ने उसकी चालकी पकड़ ली है । वह निराश होकर चला गया और कौए ने शांति से रोटी खाई ।
4. प्रश्न : 2 और 3 में आपको - कौन सी कहानी अच्छी लगी ? क्यों ?
जवाब - 4 : प्रश्न 2 और 3 में मुझे प्रश्न 3 की कहानी अच्छी लगी क्योंकि यह पुरानी कहानी से अलग है । पुरानी कहानी में कौए को मूर्ख बताया गया है । जो प्रशंसा सुनकर गाने लगता है और रोटी को गिरा देता है । जबकि इस कहानी में कौए को बुद्धिमान बताया गया है जो लोमड़ी की चालाकी को समझ जाता है ।
5. नीचे दिए गए शब्दों के विरोधी शब्द घेरे में से ढूँढ़कर वाक्य प्रयोग कीजिए :
उदाहरण : (1) दयालु × निर्दयी
● दयालु मनोज ने आहत चिड़िया को बचाया ।
● शिकारी निर्दयी होते हैं ।
(2) बहुत × थोड़ा
● तुम बहुत मोटे हो गए हो ।
● अब थोड़ा आराम कर लो ।
(3) स्वस्थ × अस्वस्थ
● आज मैं स्वस्थ हूं ।
● कल मैं अस्वस्थ था ।
(4) खुश × नाखुश
● मैं हमेशा खुश रहता हूं ।
● कभी नाखुश मत होना ।
(5) जन्म × मरण
● रोज कई बच्चों का जन्म होता है ।
● रोज कई लोगों का मरण होता है ।
(6) बुराई × भलाई
● मैं किसी के साथ बुराई नहीं करता ।
● आजकल भलाई का ज़माना नहीं रहा ।
6. नीचे दिए गए वाक्यों में जो 'संज्ञा' हैं, उन्हें रेखांकित कीजिए :
(1) पूजन की परीक्षा पाँच बजे तक चलनेवाली थी ।
(2) सब अम्बाजी जा रहे थे ।
(3) गुलाब का फूल मुझे पसंद है ।
(4) हिमालय की चढ़ाई बहुत कठिन थी ।
(5) आज बिल्ली सारा दूध पी गई ।
7. अंदाज अपना-अपना :
जवाब - 7 : यदि शिकारी की जगह में होता, तो मैं भी हिरनी के साथ वैसा ही व्यवहार करता जैसा शिकारी ने किया और आगे से कभी शिकार करने के लिए नहीं जाता ।
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✦ योग्यता-विस्तार ✦
● आपकी पाठशाला में आनेवाली पत्रिकाओं का अध्ययन करके चित्रकथा संग्रह बनाइए ।● अपने दादा-दादी के पास बैठकर कहानी सुनकर लिखिए ।
बरगद के एक पेड़ पर कबूतरों का एक झुण्ड रहता था । एक दिन कबूतर भोजन की तलाश में उड़ रहे थे । उन्हें जमीन पर ढेर सारे दाने बिखरे हुए दिखाई दिए। सभी कबूतर दाना चुगने के लिए जमीन पर उतर गए । लेकिन वहां तो बहेलिए ने जाल बिछाया था । सारे कबूतर बहेलिये द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गए ।
जाल में फंसने के बाद कबूतर बहुत उदास हो गए क्योंकि वे जानते थे कि उनका अंत निकट था । कबूतरों के नेता ने उन्हें हिम्मत न हारने की सलाह दी। उसने कहा कि यदि वे एकजुट होकर जोर लगाएं तो वे जाल को लेकर उड़ सकते हैं । वह एक बुद्धिमान कबूतर था जिसे एकता की शक्ति का पता था । सभी कबूतरों ने एक साथ जोर लगाया और जाल को लेकर उड़ गए । बेचारा बहेलिया कबूतरों को जाते देख हाथ मलता रह गया ।
काफी देर उड़ने के बाद, वे ऐसी जगह पर पहुंचे जहां पर कबूतरों के नेता का एक पुराना दोस्त रहता था । वह एक चूहा था । कबूतर ने अपने दोस्त को आवाज लगाईं और वह बिल से बाहर निकला । जब उसने सारी बात समझी तो उसने अपने साथी चूहों को बुलाया । सभी चूहों ने जाल को काटना शुरू किया और कबूतरों को आजाद करवाया ।
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